दिवाली क्यों मनाई जाति है

 दिवाली क्यों मनाई जाति है 

दिवाली, जीसे दीपावली भी कहा जाता है भारत का एक प्रमुख त्यौहार है जीसे हिन्दू, सिख जय और बोद्ध धर्म एक अन्यायी बड़े धूमधाम से मानते है इसका इतिहास और उत्पति विभिन्न धार्मिक और सांकृतिक मान्यतओ से जुड़ा हुआ हा लेकिन मुख्य रूप से यह परक्ष के अंधकार पर और अच्छाई के बुराई पर का प्रतीक है |

हिन्दू -भगवान राम की वापसी पर हिन्दू धर्म में दिवाली का सबसे प्रसिद्ध कथा भगवान राम से जुड़ा है जाव भगवान राम 14 वर्षा के वनवास और रावण के वाध के बाद अयोध्या लोटे, तो उनके स्वागत में नगवासियों ने दीप जलाकर खुशियां मनाई | तब से यह दिन दीपों का पर्व गया |

जैन- जैन धर्म, में, दिवाली का महत्व भगवान महावीर के मोक्ष प्राप्त करने  के साथ जुड़ा है माना जाता है की भगवान महावीर ने दवाली के दिन निर्वाण प्राप्त किया था इसलिए जैन अनुयायी इस दिन को आध्यामित्क जाग्रति के रूप मे मनाते है |

शिख परंपरा - सिख धर्म में दिवाली को "बंदी छोड़ो दिवस के रूप मे मनाया जाता है जाव छठे गुरु गुरु हरगोबिन्द सिंह जी मुगल सम्राट जहागिर की कैद से 52 राजाओ के साथ मुत्त हुए थे |

दिवाली पाँच दिनों तक मनाई जाती हा और हर दिन का अपना एक विशेष महत्व होता है जैसे धनतेरस, नरक चतुर्दशीलक्ष्मी पूजन, गोवर्धन पूजा और भी दूज 

Blogger द्वारा संचालित.