Jan Aushadhi Kendra ,जन औषधि केंद्र कैसे खोलें

भारत सरकार रसायन एवं ऊर्वरक मंत्रालय औषध विभाग

"कम कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरे देश में हजारों जन औषधि केंद्र खोले गए हैं, जहां दवाएं बाजार दरों से 50 से 90 प्रतिशत तक की कम कीमत पर मिल रहीं हैं। इनसे न केवल गरीबों को बल्कि मध्यम वर्ग को भी बहुत फायदा हुआ है।, "नरेन्द्र मोदी"

प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना

प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना

एक समृद्ध कल के लिए! आप भी जन औषधि केंद्र के खुद मालिक बनें

परिचय 

भारत, दुनिया में जेनेरिक दवाइयों के बड़े निर्याताओं में से एक है। ब्रांडेड जेनेरिक दवाइयाँ, जेनेरिक दवाइयों की तुलना में काफी महंगी होती है; लेकिन चिकत्सीय असर दोनों दवाइयों का एक समान ही होता है

जन औषधि केंद्र के लिए किस की जरूरत है|
  • व्यक्तिगत आवेदकों के पास डी. फार्मा / बी. फार्मा डिग्री होनी चाहिए अथवा किसी डी. फार्मा / बी. फार्मा होना  जरूरी है 
  • मेडिकल कॉलेजों एवं सरकारी अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खोलने के लिए मेडिकल कॉलेज एवं सरकारी अस्पताल के प्रबंधन द्वारा चयनित किसी एजेंसी, प्रतिष्ठित एनजीओ/धर्मार्थ संगठन भी पात्र होंगे।
  • The associate sectors under Primary Agricultural Credit Society (PACS) are also good applicants for Jan Aushadhi Kendra in rural areas.

दवाएं एवं अन्य उत्पाद

  • प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के अंतर्गत 2000 से अधिक प्रकार की उच्च गुणवत्ता की दवाएं और 300 से अधिक शल्य चिकित्सा उपकरण एवं विभिन्न प्रकार के न्यूट्रास्यूटिकल उत्पाद जैसे प्रोटीन पाउडर, माल्ट-बेस्ड फूड सप्लीमेंट्स, इत्यादि शामिल है।
  • इसके अलावा इसमें कुछ आयुर्वेदिक उत्पाद जैसे च्यवनप्राश, त्रिफला और शिलाजीत भी शामिल हैं।
  • इसके अलावा, बीआई उत्पादों का विस्तार करके एफएसएस ढांचे के तहत विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी खाद्य पदार्थों और कुछ आयुर्वेदिक दवाओं को भी इसमें शामिल करने का काम किया जा रहा है।
  • इसके साथ ही प्रयोगशाला अभिकर्मकों में सभी जेनेरिक दवाएं शामिल हैं।
  • बीजेपी दवाओं को राष्ट्रीय आवश्यक दवाओं की सूची (एनएलईएम) में शामिल किया गया है।

वित्तीय सहायता

  • जन औषधि के प्रकार केंद्र सरकार द्वारा प्रशिक्षकों को विभिन्न प्रकार की वित्तीय सहायता दी जाती है, जिसका विवरण इस प्रकार है
  • जन औषधि केंद्र कंपनी को मासिक खरीद पर 20% की दर से प्रोत्साहन दिया जाएगा, अधिकतम सीमा 20,000/- रुपये प्रति माह होगी। इसे दवाओं की न्यूनतम दस्तावेज आवश्यकता से जोड़ा जाएगा।
  • महिला सरोजिनी, एससी/एसटी, भूतपूर्व सैनिक, पूर्वोत्तर राज्य, हिमालयी पहाड़ी क्षेत्र, द्वीप और आकांक्षी तट। जनवरी में औषधि केंद्र सहायक को 2.00 लाख रुपये की अतिरिक्त वित्तीय सहायता दी जाती है। यह वित्तीय सहायता आईटी और बुनियादी ढांचा व्यय के लिए एकमुश्त दी जाती है।

Jan Aushadhi Kendra

जन औषधि खोलने के लिए आवश्यकताएँ

  • प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र खोलने के लिए कम से कम 120 वर्ग फुट की जगह जो कि आवेदक की खुद की हो या किराये पर ली गयी हो। जनऔषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदनकर्ता जगह की स्वयं व्यवस्था करेगा। पीएमबीआई की इसमें कोई भूमिका नहीं होगी।
  • फार्मासिस्ट पंजीकरण प्रमाण पत्र, आवेदक के द्वारा जमा कराया जायेगा।
  • यदि आवेदक महिला उद्यमी, दिव्यांग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, भूतपूर्व सैनिक, आकांक्षी जिला, उत्तर-पूर्वी राज्य, हिमालय पर्वतीय क्षेत्र, द्वीप समूह में अधिसूचित किया गया है, तो उसे आवेदन करते समय वैध प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा । एक बार आवेदक द्वारा श्रेणी का चयन कर लिए जाने के बाद आवेदक भविष्य में किसी भी कारण से इसमें परिवर्तन नहीं कर सकेगा।
  • आवेदन का शुल्क रु. 5,000/- है जो कि वापस नहीं किया जायेगा । महिला उद्यमी, दिव्यांग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, भूतपूर्व सैनिक, आकांक्षी जिला, उत्तर-पूर्वी राज्य, हिमालय पर्वतीय क्षेत्र, द्वीप समूह में अधिसूचित आवे 5/6 को आवेदन शुल्क में छूट प्राप्ति है जिसके लिए आवेदको का वैध प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
  • देशभर में 31 मार्च 2027 तक 25,000 जन औषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य सरकार ने निर्धारित किया है।
  • The distance between two Jan Aushadhi Kendras has been reduced from 1.5 km to 1 km now.

आपूर्ति श्रृंखला

  • जन औषधि केन्द्रों पर बिकने वाली दवाइयों को डब्लू एच ओ जी एम पी सर्टिफाइड दवा उत्पादक कंपनियों से ही खरीदा जाता है। देश के हर हिस्से में दवाइयां पहुंचाने के लिए एक सुदृढ़ व्यवस्था की गयी है जिसके लिए डब्लू एच ओ गाइडलाइन्स पर आधारित केंद्रीय गोदाम गुरुग्राम एवं तीन क्षेत्रीय गोदाम गुवाहाटी, चेन्नई, सूरत एवं बेंगलुरु में हैं। जिनमें लगभग 2,15,000 वर्ग फीट भंडारण क्षेत्र है। इसके अलावा 36 डिस्ट्रीब्यूटर की भी नियुक्ति की गयी गई है जहाँ से देश भर के जन औषधि केंद्रों को दवाइयां मुहैया कराई जाती है। केंद्रीय गोदाम, क्षेत्रीय गोदाम, डिस्ट्रीब्यूटर एवं जन औषधि केंद्रों को पूरी तरह से SAP आधारित सॉफ्टवेयर से जोड़ा गया है साथ ही साथ सभी केन्द्रो पर पॉइंट ऑफ सेल सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन भी लगाया गया है जिससे दवाइयों की आपूर्ति ठीक तरह से हो सके एवं देश के किसी भी केंद्र पर दवाइयों की कमी न हो।

जनऔषधि केंद्र खोलने के लिए यहां ऑनलाइन आवेदन करें। http://janaushadi.gov.in/ पर जाएं। जन औषधि केंद्र खोलने के लिए वेबसाइट पर दिए गए निर्देशों पर ध्यान दें.

जन औषधि सुगम


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